kahahi - एक अधूरी लेकिन अमर प्रेम कहानी
एक छोटे से गाँव में, जहाँ सुबह की पहली किरणें खेतों को सुनहरा बना देती थीं, वहीं रहते थे आर्यन और सिया। बचपन से ही दोनों एक-दूसरे के साथ बड़े हुए थे। आर्यन के लिए सिया उसकी दुनिया थी, और सिया के लिए आर्यन उसकी खुशियों का खजाना।
एक दिन, पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर सिया ने पूछा, "क्या तुम मुझे हमेशा ऐसे ही प्यार करोगे?"
आर्यन मुस्कुराया और बोला, "सिया, मेरा प्यार तुम्हारे लिए अनंत है। ये कभी खत्म नहीं होगा।"
समय बीतता गया, और उनके प्यार की गहराई बढ़ती गई। लेकिन हर प्रेम कहानी की तरह, उनकी कहानी में भी एक मोड़ आया। आर्यन को शहर जाकर पढ़ाई करनी पड़ी। उसने सिया से वादा किया कि वह जल्दी ही लौट आएगा।
सिया हर रोज़ उस पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर उसकी राह देखती रही। लेकिन गाँव में, सिया के माता-पिता ने उसकी शादी तय कर दी। सिया ने बहुत विरोध किया, लेकिन परिवार के दबाव में आकर उसने अपने प्यार का बलिदान दे दिया।
जब आर्यन गाँव लौटा, तो उसने देखा कि सिया की शादी हो चुकी है। वह पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर रोया, जहाँ उन्होंने अपनी अनगिनत यादें बनाई थीं।
कुछ वर्षों बाद, आर्यन ने सुना कि सिया की शादी सफल नहीं रही। वह उससे मिलने गया, लेकिन सिया ने कहा, "आर्यन, हमारा प्यार हमेशा अमर रहेगा, लेकिन हम अब साथ नहीं हो सकते।"
आर्यन ने सिया की आँखों में देखा और कहा, "सिया, तुम्हारा प्यार मेरी ज़िंदगी की सबसे बड़ी ताकत है। मैं हमेशा तुम्हारे लिए खुश रहना चाहता हूँ।"
इस तरह, आर्यन और सिया की कहानी एक अधूरी प्रेम कहानी बन गई। उनका प्यार भले ही अधूरा रह गया हो, लेकिन उनकी यादें हमेशा जीवित रहेंगी।
![]() |
inspire mantra |
यदि आप और भी ऐसी कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं, तो आप यहाँ क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
Post a Comment