प्यार का पहला ख्वाब: एक मासूम प्रेम कहानी, Pyaar Ka Pehli Khwab: An Innocent Love Story
Inspire Mantra
कहानी: "प्यार का पहला ख्वाब"
गाँव में एक छोटा सा स्कूल था, जहाँ बच्चे पढ़ाई करते थे। स्कूल में एक लड़की थी, जिसका नाम सुमिता था। सुमिता बहुत ही प्यारी और निडर लड़की थी। वह हमेशा अपने दोस्तों के साथ हँसी मजाक करती और पढ़ाई में भी बहुत अव्वल थी। पर, उसका दिल किसी और में बस गया था।
वह लड़का था, जिसका नाम वीरू था। वीरू गाँव के पास के दूसरे स्कूल से आता था, लेकिन उसकी आँखों में कुछ खास था। उसकी आँखों में वो गहरी शांति और उम्मीदें थीं, जो सुमिता को खींचती थीं। सुमिता ने पहली बार वीरू को अपनी किताबों के साथ एक खाली बेंच पर बैठा देखा था। कुछ दिनों बाद, उसने वीरू से धीरे-धीरे बातें करना शुरू किया।
वह दोनों एक-दूसरे से कभी-कभी स्कूल के बाद आम बातें करते, और धीरे-धीरे दोस्ती का एक प्यारा सा रिश्ता बन गया। सुमिता को समझ में आने लगा कि उसका दिल वीरू के लिए धड़कने लगा था, लेकिन वह कभी इसे सामने नहीं ला सकी, क्योंकि उसे डर था कि अगर वीरू ने भी उसे पसंद नहीं किया, तो उनकी दोस्ती खराब हो जाएगी।
एक दिन वीरू ने सुमिता को स्कूल के बाग में बुलाया। उसके दिल की धड़कन तेज हो रही थी, क्योंकि उसे पता था कि आज कुछ खास होने वाला था। वीरू ने सुमिता से कहा, "तुम जानती हो, सुमिता, जब से तुमसे मिली हूँ, मैंने देखा है कि मेरा हर दिन थोड़ा और अच्छा हो जाता है। तुमसे मिलकर मुझे ये एहसास हुआ कि शायद मैं तुमसे बहुत कुछ चाहता हूँ।"
सुमिता का दिल खुशी से झूम उठा, लेकिन वह हिचकिचाई और बोली, "क्या तुम सच में मुझसे यह कहना चाहते हो?" वीरू ने मुस्कुराते हुए कहा, "हां, सुमिता। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।"
सुमिता ने अपनी आँखों में चमक के साथ कहा, "मैं भी तुम्हें बहुत पसंद करती हूँ, वीरू।"
उन दोनों के बीच अब कोई दूरी नहीं थी, और उनका प्यार उसी मासूमियत से खिलने लगा, जैसे खेतों में फूल खिला करते हैं। उनका प्यार समय के साथ और भी मजबूत हुआ, लेकिन उनकी कहानी की खास बात यह थी कि उनके बीच कभी कोई दबाव या जल्दी नहीं थी। उनका प्यार अपने समय पर बढ़ा और पला, जैसे दो फूल एक साथ अपनी खुशबू से दुनिया को महकाते हैं।
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